नमस्कार मित्रों मै आज आपको अपनी एक कहानी बताने जा रहा हूँ। यह कहानी दो साल पहले की है, जब मै मध्यप्रदेश में रहता था। नौकरी के सिलसिले में मुझे एक साल तक वहां रहना पडा था। तब मैने एक दो कमरे का मकान किराए पर ले लिया और वहां रहने लगा। इस कहानी में पढिए, किस तरह से मकान मालकिन ने मुझे अपने हुस्न के जाल में फंसाया, और फिर मुझसे अपनी चुत चुदवाकर अपनी प्यास बुझाई। बहुत ढूंढने पर मुझे मेरे कंपनी के पास में ही सस्ते दाम में एक मकान किराए पर मिल गया। सबसे पहले मै आप सभी को मेरा बता दूं कि, मेरा नाम वीरेंद्र है, और सभी मुझे प्यार से वीरू बुलाते है। मेरी उम्र अभी 25 साल का है, मेरा रंग गोरा है। और मै रोज कसरत भी करता हूं, जिस वजह से मेरा बदन भी एक पहलवान की तरह दिखता है। भगवान ने शक्ल भी अच्छी दी है, जिस पर काफी लडकियां फिदा थी। लेकिन जिंदगी की भागदौड में उन सबको पीछे छोडकर कमाई करने के लिए यहां आना पडा। जिस घर मे मै रहता था, उस घर मे एक परिवार रहता था। एक भैया और भाभी ही वहां रहते थे, वो भैया एक अच्छे बिजनेसमैन थे, उनको अपने बिजनेस के सिलसिले में ज्यादातर बाहर ही रहना पडता था। तो घर मे भाभी अकेली ही रह जाती थी। भैया और भाभी नीचे की मंजिल पर रहते थे, और मै ऊपर की मंजिल पर रहता था। सुबह सुबह उठकर जब मै छत पर कसरत कर रहा होता, तब भाभी कपडे सुखाने के लिए छत पर आ जाती थी, तो मुझे देखती रहती थी। शुरू में तो मुझे सब नॉर्मल ही लगा था, क्योंकि भाभी की उम्र बहुत ज्यादा थी, वो अभी 30+ थी। जिस दिन भैया बाहर होते, उस दिन भाभी मुझे डिनर के लिए अपने घर बुलाती। उसी बहाने उन्हें भी कंपनी मिल जाती, और मुझे भी। धीरे धीरे हम दोनों आपस मे खुलते गए, अब हम दोनों के बीच आपस मे हमेशा हंसी-मजाक हो जाता था।मै अपने कमरे का दरवाजा बंदकर नही करके सोता था। तो कभी कभी तो भाभी सुबह सुबह मेरे कमरे में आकर मुझे नींद से जगा भी देती। ऐसे ही एक दिन रात में मै नंगा होकर सोया था, तो उस दिन सुबह सुबह भाभी मुझे जगाने के लिए आई। जैसे ही भाभी ने देखा कि, मै नंगा हूं उन्होंने पहले तो अपना मुंह हथेलियों से छिपा लिया। लेकिन जब वो खुद को मेरा लंड देखने से रोक नही पाई तो वो अंदर कमरे में आ गई, और ध्यान से मेरे लंड को देखने लगी। थोडी देर बाद जब उसने पूरी तसल्ली से मेरा लंड देख लिया तब उन्होंने पहले मुझे एक चादर ओढा दी। और उसके बाद मुझे जगाने लगी। जैसे ही मैने अपनी आंखें खोली, भाभी मेरे सामने खडी थी। पहले तो उनको देखकर मै डर गया कि, कहीं इन्होंने कुछ देख तो नही लिया। लेकिन भाभी ने ऐसा बर्ताव किया कि, कुछ हुआ ही नही है। मुझे उठाने के बाद उन्होंने चादर खींचने की कोशिश की, लेकिन तब तक मैने चादर पर अपनी पकड मजबूत बनाई थी।
फिर थोडी देर बाद वो नीचे चली गई। अब आप यह सोच रहे होंगे कि, मै तो सो रहा था तो मुझे यह सब कैसे पता? यह सब उसी भाभी ने मुझे बाद में बताया था। दो दिन बाद ही भैया को सात दिन के लिए बाहर जाना था, तो भैया सुबह सुबह मेरे पास आकर बोले, “भाभी का खयाल रखना, अगर उन्हें किसी चीज की जरूरत हो तो तुम लाकर दे देना। मैने भी ठीक है कह दिया। उसी दिन आफिस से आने के बाद ही भाभी ने मुझे बोल दिया कि, डिनर के लिए आ जाना। मै हर बार की तरह ही इस बार भी डिनर पर गया, लेकिन मुझे क्या पता कि, भाभी इस बार को इतना स्पेशल बना देगी। मै जब नीचे गया, तो भाभी किचन में काम कर रही थी, तो हाथ बंटाने के लिए मै भी चला गया। किचन में जाकर मै भाभी की हेल्प कर रहा था, तभी भाभी ने मुझसे पूछा, तो कैसी है तेरी गर्लफ्रेंड? मुझे भाभी से इस सवाल की उम्मीद नही थी, तो मै थोडा सा चौंक गया। लेकिन फिर मैंने बोला, जब होगी तो मै सबसे पहले आपको ही बताऊंगा। इस पर भाभी ने फिर कहा, तो उस दिन किसे याद करके तुम पूरी रात नंगे ही सो रहे थे? भाभी के इस सवाल से मेरी पूरी फट गई। मेरी तो बोलती ही बंद हो गई, तो भाभी ने माहौल को संभालते हुए कहा, “वैसे मैने तुम्हे नग्न अवस्था मे देख लिया है, और तुम्हारा औजार काफी तगडा है। मैने भी मौके का फायदा उठाते हुए भाभी को बोल दिया, फिर से देखने का इरादा है क्या? तो भाभी ने कहा, हां, फिर देखने का इरादा तो है, लेकिन अभी नही। जब मन करेगा तब मै खुद ही देख लुंगी। इतना कहकर फिर भाभी खाना लगाने लगी। फिर हमने ऐसे ही इधर उधर की बातें करते हुए खाना खाया। खाना खाने के बाद हम दोनों ने मिलकर सब सामान साफ करके सही जगह पर रख दिया। और अब हम बैठकर टीवी देखने लगे थे, तभी भाभी ने फिर से वही वाली बात छेड दी। तो मैने कहा, लगता है अब मुझे चलना चाहिए, शुभरात्रि। इतना कहकर मै जाने ही वाला था कि, भाभी ने कहा, “मुझे रात को अकेले सोने में डर लगता है, क्या तुम आज रात यहां सो सकते हो, प्लीज। अब मै मना कैसे कर सकता था। तो मै ऊपर की मंजिल पर अपने कमरे को ताला मारकर नीचे आ गया। अब हम दोनों बैठकर आराम से टीवी देखने लगे थे। कुछ अच्छा चल ही नही रहा था, तो मै बस चैनल बदलते ही जा रहा था। तभी एक चैनल पर इमरान का पी लूं गाना चलने लगा, उस गाने का वो ड्रेस वाला सीन देखकर भाभी थोडा मेरे और करीब खिसक कर आ गई। और उन्होंने अपना हाथ मेरी जांघ पर रखते हुए कहा, अब मुझे फिर से देखना है, तुम खुद दिखाओगे या मै देख लूं? मुझे लगा भाभी बस ऐसे ही मजाक में कह रही है, तो मैने भी कह दिया, आप खुद ही देख लो, जो देखना है। मेरे इतना कहते ही भाभी ने पहले मेरी शर्ट को थोडा ऊपर कर दिया और फिर सीधे मेरी लोअर के अंदर अपना हाथ डाल दिया। मैने नीचे कुछ नही पहना था तो उनका हाथ सीधे मेरे लंड पर चला गया, भाभी ने फिर मेरा लौडा अपने हाथ मे पकड लिया और अपने दूसरे हाथ से मेरी लोअर को नीचे खींच दिया।
अब भाभी के सामने मै नीचे से नंगा था। मुझे भाभी से यह उम्मीद नही थी, तो मै शुरू में थोडा परेशान सा हुआ। लेकिन फिर भाभी ने अपने हाथ से मेरा हाथ पकडकर अपनी चूचियों पर रख दिया। जिससे मेरा डर एक मिनट में फुर्र हो गया। अब मै भी भाभी की मस्त चूचियों को दबा रहा था। भाभी मेरे लंड को मुठियाने में मस्त हो चली थी, अगले ही पल भाभी ने नीचे झुककर मेरे लंड को अपने मुंह मे भर लिया। मेरा लंड भी अब अपने असली रूप में आ चुका था और भाभी के मुंह मे हिचकोले खा रहा था। अब मुझसे रहा नही गया तो पहले मैने उठकर अपने सारे कपडे उतार दिए, और फिर भाभी को खडी करके उनका भी गाउन उतार दिया। अब भाभी ने सिर्फ पैंटी पहनी हुई थी, जो उन्होंने खुद ही उतार दी। अब हम दोनों नंगे ही एक दूसरे को देखे जा रहे थे, भाभी ने आगे बढकर मेरा लंड अपने हाथों में पकड लिया और मुझे लंड से खींचते हुए बेडरूम में लेकर चलने लगी। बेडरूम में पहुंचते ही उन्होंने मुझे बेड के पास खडा कर दिया और खुद नीचे बैठकर मेरा लंड चूसने लगी। तो मैने उसे उठाकर बेड पर लिटा दिया, और 69 की पोजिशन में आकर हम एक-दूसरे को मजा देने लगे। थोडी देर तक ऐसे ही एक-दूसरे को मजा देने के बाद फिर मैने सीधे होकर भाभी के पैरों के बीच आकर अपना लंड उनकी चुत पर रख दिया। और एक धक्का लगा दिया। भाभी के मुंह से एक हल्की सी आह निकल गई। मैने तुरंत तीन-चार धक्के और लगाए, तो पूरा लंड अंदर चला गया। फिर आराम से चुदाई हो रही थी। तो भाभी मुझसे बोली, “बहुत दिनों से कोई तगडा लंड नही मिला था, और उस दिन तेरा लंड देखकर मन मे इच्छा हुई तुझसे चुदने की।
मैने ध्यान न देते हुए चुदाई जारी रखी।
उसके बाद तो जब भी भैया कहीं बाहर जाते, हम दोनों चुदाई करने में लग जाते थे। उसके बाद मेरा वहां का काम खत्म हो गया और मै अपने घर आ गया।
फिर थोडी देर बाद वो नीचे चली गई। अब आप यह सोच रहे होंगे कि, मै तो सो रहा था तो मुझे यह सब कैसे पता? यह सब उसी भाभी ने मुझे बाद में बताया था। दो दिन बाद ही भैया को सात दिन के लिए बाहर जाना था, तो भैया सुबह सुबह मेरे पास आकर बोले, “भाभी का खयाल रखना, अगर उन्हें किसी चीज की जरूरत हो तो तुम लाकर दे देना। मैने भी ठीक है कह दिया। उसी दिन आफिस से आने के बाद ही भाभी ने मुझे बोल दिया कि, डिनर के लिए आ जाना। मै हर बार की तरह ही इस बार भी डिनर पर गया, लेकिन मुझे क्या पता कि, भाभी इस बार को इतना स्पेशल बना देगी। मै जब नीचे गया, तो भाभी किचन में काम कर रही थी, तो हाथ बंटाने के लिए मै भी चला गया। किचन में जाकर मै भाभी की हेल्प कर रहा था, तभी भाभी ने मुझसे पूछा, तो कैसी है तेरी गर्लफ्रेंड? मुझे भाभी से इस सवाल की उम्मीद नही थी, तो मै थोडा सा चौंक गया। लेकिन फिर मैंने बोला, जब होगी तो मै सबसे पहले आपको ही बताऊंगा। इस पर भाभी ने फिर कहा, तो उस दिन किसे याद करके तुम पूरी रात नंगे ही सो रहे थे? भाभी के इस सवाल से मेरी पूरी फट गई। मेरी तो बोलती ही बंद हो गई, तो भाभी ने माहौल को संभालते हुए कहा, “वैसे मैने तुम्हे नग्न अवस्था मे देख लिया है, और तुम्हारा औजार काफी तगडा है। मैने भी मौके का फायदा उठाते हुए भाभी को बोल दिया, फिर से देखने का इरादा है क्या? तो भाभी ने कहा, हां, फिर देखने का इरादा तो है, लेकिन अभी नही। जब मन करेगा तब मै खुद ही देख लुंगी। इतना कहकर फिर भाभी खाना लगाने लगी। फिर हमने ऐसे ही इधर उधर की बातें करते हुए खाना खाया। खाना खाने के बाद हम दोनों ने मिलकर सब सामान साफ करके सही जगह पर रख दिया। और अब हम बैठकर टीवी देखने लगे थे, तभी भाभी ने फिर से वही वाली बात छेड दी। तो मैने कहा, लगता है अब मुझे चलना चाहिए, शुभरात्रि। इतना कहकर मै जाने ही वाला था कि, भाभी ने कहा, “मुझे रात को अकेले सोने में डर लगता है, क्या तुम आज रात यहां सो सकते हो, प्लीज। अब मै मना कैसे कर सकता था। तो मै ऊपर की मंजिल पर अपने कमरे को ताला मारकर नीचे आ गया। अब हम दोनों बैठकर आराम से टीवी देखने लगे थे। कुछ अच्छा चल ही नही रहा था, तो मै बस चैनल बदलते ही जा रहा था। तभी एक चैनल पर इमरान का पी लूं गाना चलने लगा, उस गाने का वो ड्रेस वाला सीन देखकर भाभी थोडा मेरे और करीब खिसक कर आ गई। और उन्होंने अपना हाथ मेरी जांघ पर रखते हुए कहा, अब मुझे फिर से देखना है, तुम खुद दिखाओगे या मै देख लूं? मुझे लगा भाभी बस ऐसे ही मजाक में कह रही है, तो मैने भी कह दिया, आप खुद ही देख लो, जो देखना है। मेरे इतना कहते ही भाभी ने पहले मेरी शर्ट को थोडा ऊपर कर दिया और फिर सीधे मेरी लोअर के अंदर अपना हाथ डाल दिया। मैने नीचे कुछ नही पहना था तो उनका हाथ सीधे मेरे लंड पर चला गया, भाभी ने फिर मेरा लौडा अपने हाथ मे पकड लिया और अपने दूसरे हाथ से मेरी लोअर को नीचे खींच दिया।
अब भाभी के सामने मै नीचे से नंगा था। मुझे भाभी से यह उम्मीद नही थी, तो मै शुरू में थोडा परेशान सा हुआ। लेकिन फिर भाभी ने अपने हाथ से मेरा हाथ पकडकर अपनी चूचियों पर रख दिया। जिससे मेरा डर एक मिनट में फुर्र हो गया। अब मै भी भाभी की मस्त चूचियों को दबा रहा था। भाभी मेरे लंड को मुठियाने में मस्त हो चली थी, अगले ही पल भाभी ने नीचे झुककर मेरे लंड को अपने मुंह मे भर लिया। मेरा लंड भी अब अपने असली रूप में आ चुका था और भाभी के मुंह मे हिचकोले खा रहा था। अब मुझसे रहा नही गया तो पहले मैने उठकर अपने सारे कपडे उतार दिए, और फिर भाभी को खडी करके उनका भी गाउन उतार दिया। अब भाभी ने सिर्फ पैंटी पहनी हुई थी, जो उन्होंने खुद ही उतार दी। अब हम दोनों नंगे ही एक दूसरे को देखे जा रहे थे, भाभी ने आगे बढकर मेरा लंड अपने हाथों में पकड लिया और मुझे लंड से खींचते हुए बेडरूम में लेकर चलने लगी। बेडरूम में पहुंचते ही उन्होंने मुझे बेड के पास खडा कर दिया और खुद नीचे बैठकर मेरा लंड चूसने लगी। तो मैने उसे उठाकर बेड पर लिटा दिया, और 69 की पोजिशन में आकर हम एक-दूसरे को मजा देने लगे। थोडी देर तक ऐसे ही एक-दूसरे को मजा देने के बाद फिर मैने सीधे होकर भाभी के पैरों के बीच आकर अपना लंड उनकी चुत पर रख दिया। और एक धक्का लगा दिया। भाभी के मुंह से एक हल्की सी आह निकल गई। मैने तुरंत तीन-चार धक्के और लगाए, तो पूरा लंड अंदर चला गया। फिर आराम से चुदाई हो रही थी। तो भाभी मुझसे बोली, “बहुत दिनों से कोई तगडा लंड नही मिला था, और उस दिन तेरा लंड देखकर मन मे इच्छा हुई तुझसे चुदने की।
मैने ध्यान न देते हुए चुदाई जारी रखी।
उसके बाद तो जब भी भैया कहीं बाहर जाते, हम दोनों चुदाई करने में लग जाते थे। उसके बाद मेरा वहां का काम खत्म हो गया और मै अपने घर आ गया।

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